हमने आपके लिए बहुत सारी कविताएं लिखी हैं, जो हमें प्रेरित करेंगी, यह कविता भी अवसरवादी है, आप लोगों के लिए उत्साहवर्धक है, इन सभी कविताओं और Christmas Poem in Hindi में आपको अच्छी शिक्षा मिलेगी, हमने ये सभी कविताएं मनोरंजन के लिए लिखी हैं आप।
क्रिसमस एक ऐसा उत्सव है जो कई दिनों तक चलता है। यूके और कई अन्य देशों में, मुख्य उत्सव क्रिसमस दिवस (25 दिसंबर) को होता है। छुट्टी की ईसाई उत्पत्ति से, यह दिन यीशु मसीह के जन्म का प्रतीक है। क्रिसमस की पूर्व संध्या (24 दिसंबर) आखिरी मिनट की खरीदारी और तैयारियों, उपहार लपेटने और शायद पब में पेय का समय है। अन्य लोग घर पर बड़े दिन के लिए भोजन तैयार कर रहे होंगे या क्रिसमस दिवस का स्वागत करने के लिए आधी रात को चर्च सेवा में होंगे। बॉक्सिंग डे (26 दिसंबर) यूके में एक राष्ट्रीय अवकाश भी है – कई लोगों के लिए यह एक आवश्यक छुट्टी है, एक दिन पहले बहुत अधिक खाने के बाद ठीक होने के लिए! दुकानें आमतौर पर बॉक्सिंग डे पर खुली रहती हैं और क्रिसमस के बाद बड़ी बिक्री शुरू होती है। 25 दिसंबर—क्रिसमस दिवस—1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में संघीय अवकाश रहा है।
Contents
Christmas Poem in Hindi
क्रिसमस का त्योहार
सबके मन में खुशियां अपार,
आया है क्रिसमस का त्योहार।
सभी बच्चे हैं इसके लिए तैयार,
यह पर्व है बड़ा ही मजेदार।
आया है क्रिसमस का त्योहार,
भूल जाएं हर रिश्ते की दरार।
सभी बांटे एक-दूजे को प्यार,
करें हम सभी अच्छा व्यवहार।
सबके जीवन में सांता लाएं बहार,
आया है क्रिसमस का त्योहार।
सांता से मांगता हूं ऐसा उपहार,
जिससे खत्म हो दुनिया में,
व्याप्त आतंकवाद का अत्याचार,
शांति, सुव्यवस्था का हो प्रसार।
आया है क्रिसमस का त्योहार,
बच्चों को यह त्योहार है भाता।
सुमार्ग पर चलने का संदेश लाता,
भगवान ईसा की याद दिलाता।
खत्म हुआ बड़े दिन का इंतजार,
आया है क्रिसमस का त्योहार।
….अंकित कुमार
भगवान जीसस के लिए क्रिसमस गाना
छुटि्टयों का मौसम है
त्योहार की तैयारी है
रौशन हैं इमारतें
जैसे जन्नत पधारी है
कड़ाके की ठंड है
और बादल भी भारी है
बावजूद इसके लोगों में जोश है
और बच्चे मार रहे किलकारी हैं
यहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भी
लग रही सबको प्यारी हैं
दे रहे हैं वो भी दान
जो धन के पुजारी हैं।
क्रिसमस पर बच्चों की
जीवन के हर मोड़ पर
अभावों में जो
पलते रहे हैं
सपने जिनकी आंखों में
भरने से पहले
तिड़कते रहे हैं
आओ थोड़ा ध्यान दें
तोहफों से भर दें
उनके जीवन में रस
मनाएं इस बार
ईसा के संदेश को महकाता
कुछ इस तरह क्रिसमस।
Merry Christmas Poem in Hindi
मन की विश
लेकर आना अबकी सैंटा,
लेकर आना अबकी सैंटा।
चीजें मेरे मन की,
मेरे दादा जी रहते हैं।
खांसी से परेशान बहुत,
सांस धौंकनी-सी चलती है।
सुबह, दोपहर, शाम बहुत,
ऐसी दवा उन्हें दे देना।
पीर हरे जो तन की,
लेकर आना अबकी सैंटा।
चीजें मेरे मन की,
दादीजी की झुकी कमर।
जो बहुत दुखे जाड़े में,
एक कदम भी चलना दूभर।
ऐसा कुछ कर देना,
लौटें खुशियां फिर जीवन की।
लेकर आना अबकी सैंटा,
चीजें मेरे मन की।
नन्ही-सी मुनिया के,
पासन कोई खिलौना।
बिन पैसे के कैसे पाये,
बंदर,भालू, बौना।
इतने पैसे उसको देना,
कमी न हो फिर धन की।
लेकर आना अबकी सैंटा,
चीजें मेरे मन की।
….डॉ देशबंधु शाहजहांपुरी
संता क्लॉज़ क्रिसमस हिंदी कविता
पापा घर पर आयेंगे,सांता वो बन जायेंगे |
खूब खिलोने लायेंगे,हम जोर-जोर से गायेंगे|
सांता आया,सांता आया, गिफ्ट लाया,गिफ्ट लाया|
हमको चाहिए बार्बी डॉल,मम्मा के लिए प्य्रारी शॉल|
रात को जब बजेगी बारा, मेरी क्रिसमस का लगायेंगे नारा |
जोर जोर से गायेंगे, मौहल्ले को जगायेंगे |
जिंगल बेल , जिंगल बेल ||
क्रिसमस आया खुशियाँ लाया
देखो क्रिसमस आया है ढ़ेरो खुशियाँ लाया है,
चारों तरफ सितारों की चमक है,
संग सांता क्लोज़ की दमक है,
चाकलेट केंडी की है छाई बहार,
खिलौनों और कपड़ों से सजें है बाजार,
चर्च में कैरल सब गा रहे है,
जीसस का सब जन्मदिन मना रहे है,
इस बार मुझे भी कुछ कहना है,
तुम्हारे संग प्यार को निभाना है,
खुश रहो तूम यूँ ही हमेशा,
आपको क्रिसमस की बहुत सारी बधाईयाँ।
Inspirational Christmas Poems
क्रिसमस सांता पर कविता
सांता आओ सांता आओ,
शांति और खुशहाली लाओ,
चाकलेट टॉफियाँ हुयी पुरानी,
देश प्रेम का सन्देश लाओ,
आंतकवाद बढ़ा है देश में,
उसको आओ दूर भगाओ,
न्यारी प्यारी दुनिया सारी,
आंतकवाद से बिगड़ रही है,
सबको प्यार का पाठ पढ़ाओ,
सांता आओ सांता आओ,
शांति और खुशहाली लाओ।
ईसा मसीह का जन्मदिन कविता
सोनू , मोनू छोड़ो असमंजस,
आया है भाई हैप्पी क्रिसमस,
लो आई मस्ती की बहार,
माँगो क्या चाहिये उपहार,
सांता क्लोज़ उनको ही देंगे,
जिनका होगा सद्व्यवहार,
किस उधेड़-बुन में फंस गये आप,
आया है भाई हैप्पी क्रिसमस,
ईसा मसीह का जन्मदिन,
क्रिसमस ट्री सजाने का दिन,
सभी मिल गाओ ताक-धिना-धिन,
तोहफों का लो हँस-हँसकर आनंद,
आया है भाई हैप्पी क्रिसमस।
आया क्रिसमस
सज-संवरकर क्रिसमस आया,
स्कूल के परिसर में,
बच्चों की टोली आयी,
सांता क्लॉज की टोपी लायी।
लालहाथ में छड़ी लिये,
लाल रंग की कपड़ों वाली।,
सांता क्लॉज की टोली आयी
बड़ा दिन की छुट्टी लाया।
घर पर क्रिसमस ट्री सजाने को,
एक सुनहरा मौका लाया।
छोटे-बड़े सब एक होकर,
सांता क्लॉज की टोली आयी,
संग अपने खुशियां लायी।
….नितेश कुमार सिन्हा
आया क्रिसमस
आया 25 दिसंबर भाया,
ईसा मसीह का जन्मदिन आया।
क्रिसमस की तैयारी है,
हुई सजावट भारी है।
चमक-दमक बाजारों में,
तड़क-भड़क उपहारों में।
रंग-बिरंगे गुब्बारों से,
क्रिसमस ट्री को खूब सजाया।
गिरजाघर की छवि है बाकी,
गौशाला की सुंदर झांकी।
प्रभु आयेंगे धरती पर,
खुशियां लायेंगे घर-घर।
दाढ़ी श्वेत, नुकीली टोपी,
सांता क्लॉज का रूप लुभाया।
ईसा मसीह का जन्मदिन आया।
….गौरीशंकर वैश्य
Christmas Par Kavita
जिंगल बैल्स बस रहे हैं
साल खत्म हो रहा है।
पर उससे पहले 25 दिसंबर
क्रिसमस आ रहा है,
क्रिसमस आ रहा है।
क्रिसमस ट्री लायेंगे
उसे सजायेंगे
ऊँची डाली पर,
तारा लगायेंगे।
अच्छे बच्चे बनेंगे,
सांता याद करेंगे,
तोहफे लायेंगे
हाथ मिलाएंगे।
क्रिसमस आ रहा है,
क्रिसमस आ रहा है।
क्रिसमस प्यार का उत्सव है,
जादू कर देता है,
मन को छू लेता है,
प्यार से भर देता है।
क्रिसमस आ रहा है,
क्रिसमस आ रहा है
गिफ्ट वाला क्रिसमस
त्यौहार आया गिफ्टों वाला
बच्चे नाचे झूम झूम के
जलाई कैंडल्स सजाया ट्री
फिर सांता आये घूम घूम के
जगमगाया सारा आँगन
खुशियाँ फैली चहुंओर
जो सो गये बंद कर दरवाजे
बजाये सांता ने उनके डोर
दौड़े बच्चे लेने को उपहार
सांता ने लगाईं सबको पुकार
बच्चों ने किया नमस्कार
और लिया क्रिसमस का प्यार
फिर कैरोल के संग
शुरू हुआ नाच गान
छाने लगी चेहरे पर मुस्कान
और झूमने लगा जहान
फिर जगमगाते तारों के साथ
फिर आएगी लौट के ये सुन्दर रात
खुश हैं ख़रीदार
और व्यस्त व्यापारी हैं
खुशहाल हैं दोनों
जबकि दोनों ही उधारी हैं
भूल गई यीशु का जनम
ये दुनिया संसारी है
भाग रही है उसके पीछे
जिसे हो हो हो की बीमारी है
लाल सूट और सफ़ेद दाढ़ी
क्या शान से सँवारी है
मिलता है वो मॉल में
पक्का बाज़ारी है
बच्चे हैं उसके दीवाने
जैसे जादू की पिटारी है
झूम रहे हैं जम्हूरे वैसे
जैसे झूमता मदारी हैं
Merry Christmas Poetry on Bada Din
बड़े. दिनो के बाद , बड़ा दिन क्यो आता हैं
दिनो के घटनें बढने से क़िसका नाता हैं
क़ेवल अग्रेजी स्कूलों मे क्रिसमस – डे ज़ारी
सेन्टा – क्लाऊस दानी था, क्यो शिक्षा व्यापारीं
अब तक़ सेन्टा-क्लाऊस से क़िसने क्या सीख़ा
क्या भारत मे क्रिसमस – डे ज़ैसा कुछ दिख़ा
धर्मं, मजहब के झ़गडे, घर – घर मेंं ज़ारी है
हर सम्प्रदाय मे कौंम, कबींले क्यो भारी है
सेन्टा-क्लाऊस ने बच्चों में प्यार ही बांटा
भेदभाव सें हमनें हरदम शैंशव को क़ाटा
दुनियां में ये कैंसा क्रिसमस – डे हैं भाई
ब़दल रहे है हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख़, इसाई
गुलदस्ते हाथ मे लेक़र बच्चें भाग रहें है
अब अग्रेजी संस्क़ार वतन में ज़ाग रहे है
हर नयें वर्षं मे दारू और अय्यासीं ज़ारी
इस भारत मे शिक्षा – दींक्षा कैंसी न्यारी
अच्छा होता क्रिसमस – डें हर कौंम मनाती
दो वक्त क़ी रोटी हर गरीब़ के घर में आती
सेन्टा-क्लाऊस ब़नकर , बच्चो को ब़हलाते
धर्मं, मजहब से ऊपर उठक़र बच्चें आते
ये कौंम कबीलें, सभी सुरीलें सुर मे गातें
एक़ मजहब सब मिलक़र हिन्दुस्तां बनाते
ईंसा, मूसा, राम, कृष्ण सब़ एक़ ही होतें
इस आतंकवाद को देख़ मुहम्मद भीं ना रोतें
त्यौंहार कोईं भी बुरा नहीं हैं हृदय शुद्व हो
हर बच्चो में राम, कृष्ण, महावींर, बुद् हों
हर कौमों से सेन्टा-क्लाऊस निक़ल के आए
कवि आग़ भी क्रिसमस – डे सें भारत गाए।।
….राजेन्द्र प्रसाद बहुगुणा(आग)
सुनो सांता
सुनो सांता,
चलो ठीक है खेल-खिलौने।
लाओगे ही, ले आना पर,
छोटा-सा बस्ता भी लाना।
जिसमें रख लेना कुछ अक्षर,
जिंगल-विंगल सीख-साख के।
गाके-वाके है हमको भी,
तुमको अपने साथ नचाना।
सुनो सांता,
इस क्रिसमस पर।
जो हम बोलें देखो बस तुम,
वह ही लाना।
…सीमा अग्रवाल
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मेरी क्रिसमस
बोला सबने क्रिसमस आया,
घर में कैसे चहल-पहल है।
कैसे हर्षित हर एक पल है,
क्यों आये ये प्यारे-प्यारे,
खेल-खिलौने इतने सारे।
खाये मिल कर भाई-भाई,
घर में इतनी सारी मिठाई।
डेविड, मोहन, मोहसिन, राणा,
लगा है सबका आना-जाना।
रात से एलिन जागी हुई है,
घर में किसने टॉफी लाया,
बोला सबने क्रिसमस आया।
….जियाउर रहमान
जिंगल बेल्स जिंगल बेल्स
जिंगल बेल्स जिंगल बेल्स,
जिंगल आल द वे,
ओह! व्हाट फन ईट इस टू राइड,
इन अ वन हॉर्स ओपन स्लै।।
डैशिंग थ्रु द स्नो,
इन अ वन हॉर्स ओपन स्लै,
ओवर द फील्ड वी गो,
लाफिंग आल द वे।।
बेल्स ओन बोब टेल्स रिंग,
मेकिंग स्पिरिट्स ब्राइट,
व्हाट फन ईट इस लाफ एंड सिंग,
अ स्लेईग सोंग टू नाइट।।
हे!!
जिंगल बेल्स जिंगल बेल्स,
जिंगल आल द वे,
ओह! व्हाट फन ईट इस टू राइड,
इन अ वन हॉर्स ओपन स्लै।।
अ डे ओर टू अगो,
आय थॉट आयड टेक अ राइड,
एंड सुन मिस फन्नी ब्राइट,
वांज सीटेड बाय माय साइड।।
द हॉर्स वांज लिन एंड लंक,
मिस फोर्चुन सिमंड हिज लोट,
वुई गोट ईंटो अ ड्रिफ्तेड बैंक,
एंड देन वी गोट अप्सोट।।
हे!!
जिंगल बेल्स जिंगल बेल्स,
जिंगल आल द वे,
ओह! व्हाट फन ईट इस टू राइड,
इन अ वन हॉर्स ओपन स्लै।।
Merry Christmas Poem About Jesus in Hindi
आओं बच्चों! तुम्हे सुनाएं, गाथा एक़ पुरानी।
प्रभु ईसा कैंसे ज़न्मे थें? इसकी सुनों कहानी।
‘यूसुफ़ और ‘मारियां के घर, प्रभु क़ा बेटा आया।
आतें ही उसनें ‘बेंथेलहेम, चमत्क़ार दिख़लाया।।
एक़ सितारा अद्भुत चमक़ा, धर्मगुरू ने ज़ाना।
यें तो बेथेलहेम का राज़ा, ज्योतिष से पहचाना।
खब़र हो गई बादशाह कों, कांप उठा वह डर सें।
मरवा डालें सारे बच्चें, खीच- खीच क़र घर से।।
लेक़िन ‘नाजेरथ का इशा, मार नही वह पाया।
ब़ाद मृत्यु कें बादशाह कीं, ‘नाज़ेरथ वह आया।
होक़र युवा काम बढ़ई का, संग पिता क़े क़रता।
और सभीं में प्रेम दया क़ी, मधुर भावना भ़रता।
एक़ दिवस ‘मर्दंन के तट पर, ‘योंहन से टक़राया।
दिव्य अलौकिक़ शक्ति प्राप्त कर, छोडी सारी माया।
प्रेम और मानवता क़ा वह, ज्ञान सभीं कों देता।
घूम- घूमक़र ईधर ऊधर वह, सब़के दुख़ हर लेता।
ईश्वर समझ़ा सबनें उसक़ो, तो ‘कैफ़स घबराया।
क़र षडयंत्र यीशु क़ो उसनें, सूली पर लटक़ाया।।
सत्ताईस सौं वर्ष हो गए, भूल नही हम पातें।
ज़न्म दिवस आतें हीं उसका, सौं- सौं दीप ज़लाते।
….डॉ परशुराम शुक्ल
जिंगल बेल जिंगल बेल पोयम
डैशिंग थ्रू द स्नो
इन अ वन हॉर्स ओपन स्ले
ओ द फ़ील्ड्स वी गो
लाफिंग आल दा वे
बैल्स ओन बॉब टेल्स रिंग
मेकिंग स्पिरिट्स ब्राइट
वट फन इट इस टू लाफ एंड सिंग
अ स्लायिंग सोंग टूनाईट
ओ, जिंगल बैल्स, जिंगल बैल्स
जिंगल आल दा वे
ओ वट फन इट इस टू राइड
इन अ वन हॉर्स ओपन स्ले
ओ, जिंगल बैल्स, जिंगल बैल्स
जिंगल आल दा वे
ओ वट फन इट इस टू राइड
इन अ वन हॉर्स ओपन स्ले
अ डे और टू अगो
आई थॉट आईड टेक अ राइड
एंड सून मिस फैनी ब्राइट
वाज़ सीटेड बाय माय साइड
दा हॉर्स वाज़ लीन एंड लैंक
मिस्फोरच्यून सीम्ड हिज़ लौट
वी गोट इनटू अ ड्रिफटीड बैंक
एंड दैन वी गोट अप्सौट
ओ, जिंगल बैल्स, जिंगल बैल्स
जिंगल आल दा वे
ओ वट फन इट इस टू राइड
इन अ वन हॉर्स ओपन स्ले
ओ, जिंगल बैल्स, जिंगल बैल्स
जिंगल आल दा वे
ओ वट फन इट इस टू राइड
इन अ वन हॉर्स ओपन स्ले
क्यूट क्रिसमस ईव
क्रिसमस ईव बनी क्यूट
जब सजाया क्रिसमस ट्री
सांता क्लॉज बैग में अपने
छिपाये हुए थे मिस्ट्री
सांता ने फिर निकाले प्यारे प्यारे
लगा जैसे आसमां से उतर आये तारे
देखकर बच्चे इनको ख़ुशी से चिल्लाये
सांता के साथ साथ क्रिसमस कैरोल गाये
ईशु का बर्थडे मनाने को
नाचे झूमे सारी रात
सांता के रूप में जीजस
दे गया खुशियों की सौगात
सौगात एन्जॉय की
जीवन में सदा बनी रहे
ज़ीज़स मरियम की ब्लेसिंग से
सभी हमेशा खुश रहे
यही कामना मैरी क्रिसमस
तुम लाते जीवन में प्रेम रस
क्रिसमस की रात खुशियों की बरसात
25 की यह प्यारी रात
देगी दुनिया को उपहार
सांता का प्यार अपार
और खूबसूरती की फुहार
काश यह लम्हा यहीं रूक जाये
हर दिन जीवन क्रिसमस कैरोल गाये
जीवन में सपने हो साकार
खुशियों का बने सारा संसार
कोई भूखा ना सोये
कोई अनाथ ना होये
गॉड सब पर रहम बरसाये
हर एक को अच्छा बनाये
ताकि सुन्दर बने यह जहान
प्रीत की रहे इसकी पहचान
सच्चा और ईमान रखे हर इंसान
क्रिसमस का हो जुबां पर नाम
क्रिसमस की बहुत बधाई
देखो क्रिसमस है आया
ढेरों खुशियाँ संग लाया
चारों तरफ है सितारों की चमक
है संग सांता क्लॉस की दमक
चॉक्लेट कैंडी की है छाई बहार
खिलौनों और कपड़ों से हैं सजे बाज़ार
चर्च में हैं कैरल गाये जा रहे
जीसस का जन्मदिन सब हैं माना रहे
इस बड़े दिन मुझको भी कुछ बतलाना है
तुम संग प्यार को निभाना है
खुश तुम रहो यूँ ही हमेशा
तुमको क्रिसमस की बहुत बधाई।
Christmas Poems for adults
बच्चे हैं सांता के दीवाने
छुटि्टयों का मौसम है
त्योहारों की तैयारी है
रौशन हैं इमारतें
जैसे जन्नत पधारी है
कड़ाके की ठंड है
और बादल भी भारी है
बावजूद इसके लोगों में जोश है
और बच्चे मार रहे किलकारी हैं
यहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भी
लग रही सबको प्यारी हैं
दे रहे हैं वो भी दान
जो धन के पुजारी हैं।
खुश हैं ख़रीदार
और व्यस्त व्यापारी हैं
खुशहाल हैं दोनों
जबकि दोनों ही उधारी हैं
भूल गई यीशु का जनम
ये दुनिया संसारी है
भाग रही है उसके पीछे
जिसे हो हो हो की बीमारी है
लाल सूट और सफ़ेद दाढ़ी
क्या शान से सँवारी है
मिलता है वो मॉल में
पक्का बाज़ारी है
बच्चे हैं उसके दीवाने
जैसे जादू की पिटारी है
झूम रहे हैं जम्हूरे वैसे
जैसे झूमता मदारी हैं।
प्रभु ईसा कैसे जन्मे थे
आओ बच्चो! तुम्हें सुनाएँ, गाथा एक पुरानी।
पुभु ईसा कैसे जन्मे थे? इसकी सुनो कहानी।
‘यूसुफ और ‘मारिया के घर, प्रभु का बेटा आया।
आते ही उसने ‘बेथेलहेम, चमत्कार दिखलाया।।
एक सितारा अदभुत चमका, धर्मगुरू ने जाना।
ये तो बेथेलहेम का राजा, ज्योतिष से पहचाना।
खबर हो गयी बादशाह को, काँप उठा वह डर से।
मरवा डाले सारे बच्चे, खींच- खींच कर घर से।।
लेकिन ‘नाजेरथ का ईसा, मार नहीं वह पाया।
बाद मृत्यु के बादशाह की, ‘नाजेरथ वह आया।
होकर युवा काम बढ़ाई का, संग पिता के करता।
और सभी में प्रेम दया की, मधुर भावना भरता।
एक दिवस ‘मर्दन के तट पर, ‘योहन से टकराया।
दिव्य अलौकिक शक्ति प्राप्त कर, छोड़ी सारी माया।
प्रेम और मानवता का वह, ज्ञान सभी को देता।
घूम- घूम कर इधर उधर वह, सबके दुख हर लेता।
ईश्वर समझा सबने उसको, तो ‘कैफस घबराया।
कर षड़यंत्र यीशु को उसने, सूली पर लटकाया।।
सत्ताइस सौ वर्ष हो गये, भूल नहीं हम पाते।
जन्म दिवस आते ही उसका, सौ- सौ दीप जलाते।
क्रिसमस में खूब धूम मचायें
क्रिसमस सांता पर कविता
कुहरे ने जब चादर तानी
उतरा करने पर मनमानी
सूरज ने उसको फटकारा
खोला अपना भरा पिटारा
पूँछ छिपाकर भागा ऐसे
चूहा देखी बिल्ली जैसे
खुश हो बच्चे बजाय ताली
मिली मिठाई भरकर थाली
आज ही भैया क्रिसमस आया
खुशियों से भर झोली लाया
Short Christmas Poems by Famous
प्यारे संता आ जाओं
सूखा बीता वर्षा आयी,
संग में बड़ी तबाही लायी।
हिमालय ने ली अंगड़ाई,
उत्राखंड की नींव हिलाई।
पीछे-पीछे फाइलीन आया,
संकट का बादल मंडराया।
सब संकट दूर भाग जाओ,
मेरे प्यारे संता आ जाओ।
न गुड़िया न मिठाई लाना,
पर तुम जल्दी आ जाना।
दुख का अंधेरा मिटा जाओ,
खुशी की धूप फैला जाओ।
जिंगल बेल सुना जाओ,
मेरे प्यारे संता आ जाओ।
…अमित कुमार मिश्र
यीशु की याद का दिन
क्रिसमस आया क्रिसमस आया,
बच्चों का है मन ललचाया।
सांता क्लॉज़ आएंगे, नए खिलौने लाएंगे।
सांता क्लॉज़ ने दी आवाज, एनी आओ,
पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ,
यीशु की ये याद का दिन है,
बच्चों का ये प्यार का दिन है।
क्रिसमस का त्यौहार आया
क्रिसमस आया पास में बच्चे करे पुकार,
सांता लेकर आयेंगे झोला भर उपहार,
झोले में उपहार है और सर पर टोपी लाल,
गोलू-मोलू गुड्डू जैसा सांता लगे कमाल,
घंटी लेकर सांता आता हो-हो करके खूब हँसाता,
सबको आता खूब मजा गाते गाना बार-बार,
खुशियाँ लेकर आता है क्रिसमस का प्यारा त्यौहार।
खुशियों का क्रिसमस
वर्ष में एक बार आता है क्रिसमस,
लहर खुशी की लाता है क्रिसमस।
प्रभु ईसा की याद दिलाता है यह,
मन को पावन बनाता है क्रिसमस।
भाईचारा-प्रेम का संदेश देता है यह,
धरती को सुख से भरता है यह,
बलिदान देना सिखाता है यह।
…अमन
सांता आयेंगे ढेर सारे गिफ्ट लायेंगे
सांता क्लोज़ आयेंगें ढेर सारे गिफ्ट लायेंगे,
चोकलेट, टॉफी, खेल खिलोने हमको देकर जायेंगें,
हम प्यारे-प्यारे बच्चे मिलकर क्रिसमस ट्री सजायेंगे,
जिसे देखकर मम्मी-पापा, चाचा-चाची सब खुश हो जायेंगे।
मैरी क्रिसमस
क्रिसमस की बात है खास,
दूर नहीं अब है ये पास।
चाहे मुसलिम, चाहे हिंदू,
या हो सिख-ईसाइ।
एक-दूजे को तोहफे देकर,
सबने केक-मिठाई खायी।
सांता की जब होती आहट,
होती चेहरे पर मुस्कुराहट।
बांटता है वो सबको खुशियां,
क्रिसमस ट्री को खूब सजाएं,
मिलजुल कर हम जिंगल गाएं।
….कुमारी सलोनी
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हमें उम्मीद है कि आपको हमारी ये कविता पसंद आई होगी. Christmas Poem in Hindi में हमने अपनी वेबसाइट पर आपके लिए प्यारी कविताएं लिखी हैं, अगर आपको हमारी कविता पसंद आती है तो कृपया कमेंट करें। पूरी कविता पढ़ने के लिए धन्यवाद.